रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।। भूत-प्रेत पिशाच-शाकिनी-डाकिनी यक्षणी-पूतना-मारी-महामारी, कई बार देखा जाता है कि अचानक खुले में शौच आदि के लिए जाने वाला व्यक्ति के आते ही तबीयत बिगड़ जाती है। उसपर दबाएं बेअसर हो जाती हैं। इनसे बचने के उपाय हो न हों, लेकिन ज्योतिष विज्ञान, https://www.instagram.com/tantramantraaurvigyaan/