ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥ हनुमान गायत्री मंत्र का अर्थ और महत्व जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा॥ बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेश विकार॥ तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२॥ सहस बदन तुह्मारो जस गावैं । यह भी पढ़ें इंदौर के https://vashikarantotke08777.fare-blog.com/35098026/hanuman-chalisa-can-be-fun-for-anyone